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14 जुलाई

डॉक्टर कैसे बने ? जानिए डॉक्टर बनाने के पूरी प्रकिया को हिंदी में। How to became a Doctor ?

डॉक्टर कैसे बने ? जानिए डॉक्टर बनाने के पूरी प्रकिया को हिंदी में। 


दोस्तों, बारहवीं के बाद हम सभी को अपने करियर की काफी चिंता होने लगती है, भले हि हम अपने मन पसंद सब्जेक्ट को सेलेक्ट तो कर लेते है, मगर यह समझ में ही नहीं आता है कि इस फील्ड में आगे कैसे बढ़ें। तो हम इस लेख में वैसे छात्र के बारे में बात करेंगे जो कि एक डॉक्टर बनना चाहते है और जो डॉक्टरी के फील्ड में कुछ करना चाहते हैं। साथ ही देखेंगे कि एक डॉक्टर बनने की पूरी प्रकिया क्या रहती हैं।





डॉक्टर क्यों बने - 



देखिये मेडिकल फील्ड में जाने से पहले आपको यह तय करना होगा कि आप डॉक्टर ही क्यों बनाना चाहते हैं या किस प्रकार का डॉक्टर बनाना चाहते हैं। एक डॉक्टर बनान बहुत ही जिम्मदारी वाला काम होता है, आज न केवल एक मरीज बल्कि उनका पूरा परिवार डॉक्टर को भगवान का रूप मानते है कि वे जानते हैं कि डॉक्टर उन्हें पूरी तरह से ठीक कर देंगे या उनकी जिंदगी को कुछ सालों के लिए सही बचा लेंगे।


आप एक आदर्श डॉक्टर बनकर दुसरो को बेहतर इलाज और स्वस्थ सेवा देकर उनके और उनके पुरे परिवार को दर्द और पीड़ा को दूर कर सकते हैं। इसी प्रकार आप कई लोगो को और उनके परिवार वालो के लिए निरंतर खुशी का स्रोत बन सकते हैं। जब आप दुसरो को ख़ुशी देते हैं तो आप भी दुनिया के सबसे खुशनशीब इंसान होते हैं। 



आइये अब देखते हैं कि आप एक सफल डॉक्टर कैसे बन सकतें हैं - 



देखिये एक डॉक्टर बनना आसान काम तो नही होता, लेकिन यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह से जागरूक है तो यह आपके लिए ज्यादा मुश्किल भी नही। एक बेहतर और और कुशल डॉक्टर बनने के लिए आपको कई क्षेत्रों में स्टडी करना होगा साथ ही कड़ी मेहनत और लगन से पढाई भी करनी  होगी। इन सभी के अलवा आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होनी चहिए। यदि ये सभी आपमें है तो आगे बढ़ते हैं - 



1) सबसे पहले आपको दसवीं में अच्छे मार्क्स लाने होंगे। इसके के बाद साइंस सब्जेक्ट को चुनने होतें है ख़ास कर आप साइंस में बायोलोजी को जोड़े। जिसे आपको साइंस के बेसिक टॉपिक के बारें में पता चलेंगे। 


2) अब आप मेडिकल की पढाई के लिए सही और योग्य डिग्री को चुने। आमतौर पर भारत में बैचलर ऑफ़ मेडिसिन और बैचलर ऑफ़ सर्जरी (MBBS) डिग्री को मुख्य कोर्स माना जाता हैं। आप भी इस कोर्स को चुन सकतें हैं, जो कि एक पांच साल अवधि की अंडरग्रेजुएट डिग्री हैं। इस डिग्री के चुनाव के बाद आपको एड्मिशन के लिए एक एंट्रेस एग्जाम देना अनिवार्य है, जिनमे से कुछ के नाम इस प्रकार हैं - NEET, AIIMS, AIPMT  अदि हैं। 


आप एंट्रेस एग्जाम को पास करें, आपको एक डॉक्टर बनने के लिए एंट्रेस एग्जाम को पास करना ही होगा तभी आपको एक अच्छा कॉलेज मिल पाएगा और आपके मेडिकल का पढाई पूरा हो पाएगा। इसके साथ ही यदि आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे मार्क्स लेकर आतें हैं तो आपको एक सरकारी कॉलेज भी मिल सकती है , जिससे आप मेडिकल की पढाई को काम फीस के साथ पूरा कर पाएंगे। 


3) अब यदि आप एंट्रेस एग्जाम को पास करके एक अच्छे कॉलेज में एडमीशन ले लेते हैं। तो करीब 4.5 साल तक अच्छे से पढाई करनी होगी साथ ही आपको 1 साल के लिए किसी मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप करना होगा। यानि आपको 5.5 साल तक पढाई करनी होगी। जब आप इसे पूरा कर लेते है तो मेडिकल काउंसलिंग ऑफ़ इंडिया  द्वारा यह प्रमाणित कर दिया जाता है कि आप किसी भी अस्पताल में डॉक्टर बन सकते हैं। 


जब आप एक डॉक्टर बन जातें है और आपके नाम के आगे डॉ ० लग जाता है तो इसके बाद आप किसी एक क्षेत्र में स्पेसलिस्ट बन सकते है और अपनी पढाई को जारी रख सकतें हैं। निचे आप डॉक्टर के कई प्रकार को देख सकते है, जिनमे से आप भी किसी एक का स्पेस्लिस्ट बन सकते हैं - 


डॉक्टर के प्रकार - 



आमतौर पर आप यह बात तो जानते ही होंगे कि डॉक्टर कई प्रकार के होते हैं। एक डॉक्टर अपने पढाई के दौरान यह तय करता है कि उसे किस प्रकार का डॉक्टर बनाना हैं। मेडिकल के फील्ड में भी आपको एक विशेष फील्ड चुनने होंगे। आइये जानते हैं डॉक्टर के प्रकार, जिसे देखकर आपको यह अंदाजा लग जाएगा और आप इनमें से अपने लिए एक बेहतर विकल्प को चुन पाएंगे।



  1. न्यूरोलॉजिस्ट             (Neurologist)
  2. कार्डियोलॉजिस्ट       (Cardiologist)
  3. पीडियाट्रिशन          (Pediatrician)
  4. सर्जन                    (Surgeon)
  5. ऑन्कोलॉजिस्टस     (Oncologist)
  6. गाइनेकोलॉजिस्ट      (Gynecologist)
  7. डेंटिस्ट                  (Dentist)
  8. वेटरनरी                 (Veterinary) 
  9. एलर्जिस्ट                (Allergist)
  10. ओटोलैरिंगोलॉजिस्ट  (Otolaryngologist)
  11. डर्मेटोलॉजिस्ट        (Dermatologist)
  12. ऑप्थल्मोलॉजिस्ट    (Ophthalmologist)
  13. एपीडेमीयोलॉजिस्ट  (Epidemiologist)
  14. जनरल सर्जन          (General Surgeons)
  15. एंडोक्राइनोलोजिस्ट  (Endocrinologist) 


1) न्यूरोलॉजिस्ट - ये ऐसे डॉक्टर होते है जो दिमाग से जुडी हुई बीमारी का इलाज करतें है। जब भी किसी को सिर या मस्तिष्क से जुडी हुई बीमारी होती है तो वह न्यूरोलॉजिस्ट के पास जाता है। 

2) कार्डियोलॉजिस्ट  - ये डॉक्टर दिल से जुडी हुई बीमारी का जाँच करते हैं। जैसे - हार्ट अटैक, हार्ट से संबंधित सभी बीमारी के एक्सपर्ट होतें हैं। 

3) पीडियाट्रिशयन  - जो बच्चो का इलाज करतें है, उन्हें पीडियाट्रिशियन डॉक्टर कहा जाता हैं। 

4) सर्जन - जो आप्रेशन करने में एक्सपोर्ट होते है, उन्हें सर्जन कहा जाता हैं।
 
5) ऑन्कोलॉजिस्ट - ऐसे डॉक्टर कैंसर से संबंधित रोगों का इलाज किया करते हैं।
 
6) गाइनेकोलॉजिस्ट - ये डॉक्टर औरतों से संबंधित रोगों का इलाज करने में एक्सपर्ट रहते हैं। जैसे - प्रेग्नेंसी और चाइल्ड बर्थ अदि।

7) डेंटिस्ट - ये डॉक्टर दाँतो से जुडी हुई बीमारी का इलाज करतें हैं।
 
8 ) वेटनरी - वैसे डॉक्टर जो जानवरों का इलाज करतें है, उन्हें veterinary कहा जाता है।
 
9) एलर्जिस्ट - ऐसे डॉक्टर एलर्जी से संबंधित रोगों का निवारण करते है।
 
10) ओटोलैरिंगोलॉजिस्टस - ये कान, नाक और गले के विशेषज्ञ होते हैं। 
 
11) डर्मेटोलॉजिस्ट - जो स्किन और बालों के रोगों का इलाज करतें है, उन्हें डर्मेटोलॉजिस्ट कहा जाता हैं। 

12) ऑप्थेमोलॉजिस्ट - इन्हे आँखों का डॉक्टर कहा जाता हैं, जो आंख संबंधित रोग व आप्रेशन में एक्सपर्ट होतें हैं। 

13) एपिडेमीओलॉजिस्ट - ये HIV और एड्स जैसे बड़ी बीमारियों का इलाज करते हैं। 

14) जनरल सर्जनस - ऐसे डॉक्टर शरीर के सभी अंगो के सर्जरी में एक्सपर्ट होते हैं।
 
15) एंडोक्राइनोलॉजिस्ट - ये डॉक्टर हार्मोन्स व मेटाबॉलिज्म से जुड़ी बीमारियों के विशेषज्ञ होते हैं। 



इस प्रकार आप किसी एक फील्ड को  चुन कर किसी भी हॉस्पिटल से अपना अभ्यास सुरु कर सकते है और किसी रोग का एक्सपर्ट बन सकते हैं। आपको अपने मेडिकल पढाई के दौरान यह तय  कि आप किस प्रकार का डॉक्टर बनाना चाहते है। हर सफल डॉक्टर अपने आप में एक्सपर्ट होता हैं। आप किसी एक फील्ड में बेहतर कर सकतें हैं। और समाज में अपनी सेवा दे सकते हैं। 



डॉक्टर कि जिम्मेदारी - 


एक डॉक्टर जब अपनी पढाई के दौरान जिस शाखा को चुनता है कि मै इस क्षेत्र में बेहतर कर सकता हूँ, उस समय न सिर्फ वह साख को चुनता है, बल्कि वह एक समाज जिम्मेदारी को चुनता है की मैं समाज को इस क्षेत्र में बेहतर सेवा सकता हूँ। एक व्यक्ति डॉक्टर तभी कहलाता है जब उसे लोगो की समस्या के निवारण हेतु लाइसेंस प्राप्त हो जाता हैं। दरअसल न उसे एक कागजी लाइसेंस दिया जाता है बल्कि उसे  समाज की जिमेदारी भी दे दी जाती हैं। 



उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। और यदि इस लेख से संबंधित कोई आपके पास सुझाव हो तो आप हमसे कमेंट बॉक्स  शेयर कर सकते हैं।  


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